साइप्रस जाकर प्रधानमंत्री मोदी ने चला कूटनीतिक दांव, तुर्की को हुई टेंशन।
ऑपरेशन सिंदूर में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान पर आतंकवादी हमले का बदला लिया तब पाकिस्तान के साथ खुलकर साथ आया था तुर्की ,जबकि भारत ने तुर्की में जब भूकंप आया था तो उसकी बहुत मदद की थी भारत से एनडीआरएफ के टीम तुर्की में गई थी और भूकंप में दबे लोगों की मदद की थी। लेकिन तुर्की इन सब चीजों को भूल गया जब भारत ने पाकिस्तान पर हमला किया तब तुर्की ने पाकिस्तान को 50000 ड्रोन दिए, जिससे पाकिस्तान लगातार तुर्की के ड्रोन से भारत पर हमला कर रहा था इस बात को भारत ने गंभीरता से लिया और भारत के प्रधानमंत्री ने तुर्की को सबक सिखाने का सोचा ,जो भारत के आंतरिक मामलों में दखल देगा उसको भी इसका ख़ामजियाना भुगतना पड़ेगा। इसी क्रम में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो कनाडा में जी7 की बैठक में हिस्सा लेने के लिए जा रहे हैं। उन्होंने जी7 की बैठक के पहले साइप्रस में जाकर उनके प्रधानमंत्री से मुलाकात का कार्यक्रम बनाया । साइप्रस और तुर्की का क्षेत्र के अधिकार को लेकर झगड़ा चलता है तुर्की साइप्रस पर कब्जा करना चाहता है इसके लिए वह लगातार कोशिश करता है साइप्रस और तुर्की का इस तरीके का झगड़ा है जैसा भारत-पाकिस्तान का कश्मीर को लेकर ।इसी कूटनीतिक चाल को नरेंद्र मोदी ने चला और साइप्रस के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाया
अब साइप्रस भारत से ड्रोन आधुनिक ब्रह्मोस मिसाइल और फाइटर विमान लेगा साइप्रस को एक भारत जैसा मजबूत दोस्त मिलेगा और तुर्की को इस चीज का ख़ामजियाना भुगतना पड़ेगा जो उसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को हथियार देकर किया था। बताइए दोस्तों आपको भारत की यह कूटनीतिक चाल कैसी लगी!