माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री Amit Shah जी के कर-कमलों द्वारा आज लखनऊ में विश्व के सबसे बड़े पुलिस बल UP Police की अब तक की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती परीक्षा में आरक्षी नागरिक पुलिस के पद पर चयनित 60,244 अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र प्रदान किए गए।
गरीब से गरीब परिवार का बेटा हो, चाहे जनजातीय परिवार का हो, वंचित, दलित परिवार का हो, अति पिछड़ी और पिछड़ी जाति का हो या फिर बेटियां हों, सभी को बिना भेदभाव के मेरिट के आधार पर नियुक्ति प्राप्त हुई है।अगर यह पुलिस की भर्ती समाजवादी की सरकार में हुई होती तो हर एक पुलिस के सिपाही की भर्ती के लिए कम से कम 10 लख रुपए लिए जाते ।आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 60244 लोगों को पुलिस विभाग की नियुक्ति पत्र प्रदान किया । किसी भी सिपाही से एक भी रुपए का रिश्वत नहीं दी गई यह अपने आप में बहुत बड़ी बात है । योगी आदित्यनाथ ने यह सिद्ध कर दिया की लॉ एंड ऑर्डर और नियुक्तियों में भ्रष्टाचार पर उनका पूरा नियंत्रण है ।समाजवादी पार्टी का कार्यकाल जिनको याद आ रहा है वह यह चर्चा कर रहे हैं की समाजवादी पार्टी के नेता धर्मेंद्र यादव माननीय शिवपाल सिंह जी राम गोपाल यादव जी इन सभी नेताओं की लिस्ट बनती थी यह लोग उसे संबंधित जिले में पुलिस कप्तान को अपनी लिस्ट देते थे कि इतने लोगों की भर्ती की जाएगी जिन लोगों को पुलिस में नौकरी चाहिए होती थी वह यह कोशिश करते थे इन बड़े तीन चार नेताओं की लिस्ट में मेरा नाम आ जाए ।और वह उसे लिस्ट में नाम लिखवाने के लिए 10 से 15 लख रुपए देते थे खुशी-खुशी देते थे ।लेकिन आज समय बदल गया योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बिना एक भी रुपया लिए 60244 लोगों को नियुक्ति पत्र दिए।